Mandsaur News :- राह में रोड़ा – मोरखेड़ा से फतेहगढ़ आने वाले मार्ग पर कीचड़, गांव के विद्यार्थी व सैकड़ों लोग रोज हो रहे हैं परेशान
स्कूल पहुंचने के लिए बच्चों को करनी पड़ रही है मशक्कत, मार्ग पर फैले कीचड़ से लथपथ हो रहे
भास्कर संवाददाता | दलौदा / मंदसौर
ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों तक पहुंचने के लिए छात्रों को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। कीचड़ व खराब सड़क होने से बच्चे कई बार इसमें गिर भी जाते हैं। मोरखेड़ा से फतेहगढ़ आने वाले मार्ग में रेलवे ब्रिज के नीचे व आस-पास लंबे समय से ऐसी ही स्थिति है। कीचड़ भरा मार्ग होने से आस-पास के ग्रामीणजन भी परेशान होते हैं। मोरखेड़ा से करीब 100 विद्यार्थी पैदल चलकर फतेहगढ़ स्कूल पहुंचते हैं।
मोरखेड़ा गांव में स्कूल नहीं होने से कक्षा 1 से 8 तक के 75 विद्यार्थी 1.5 किमी दूर पैदल चलकर फतेहगढ़ के सरकारी स्कूल में पढ़ने जाते हैं। इस बीच रास्ते में नाले के पास मार्ग की स्थिति खराब है। छोटे बच्चे यहां से निकलते हैं तो कई बार गिर कर चोटिल भी हो जाते हैं। कक्षा 8 के विद्यार्थी अर्पिता चौहान, नैतिक लोहार, धीरज रूमा ने बताया कि यहां गिरने पर कपड़े भी खराब हो जाते हैं। इसके बाद पढ़ने भी नहीं जा पाते हैं। वहीं स्कूल के शिक्षकों का कहना है कि जिम्मेदारों को इस ओर ध्यान देना चाहिए ताकि बच्चों के साथ कुछ अनहोनी न हो। मंदसौर व दलौदा जाने के लिए भी लोग इसी मार्ग का उपयोग करते हैं इस कारण यातायात का दबाव भी रहता है। ऐसे में यहां दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है।
कई बार हो चुकी शिकायत, एसडीएम को लिखा पत्र
इधर, विद्यार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ग्रामीण भी कई बार इसकी शिकायत कर चुके हैं। स्कूल प्रबंधन ने हाल ही में एसडीएम को भी पत्र लिखकर समस्या से अवगत करवाया है। हेड मास्टर माधुरी जोशी, शिक्षिका स्वाति वर्मा व अंजलि सोनी ने बताया कि विद्यार्थियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए ग्रामीण कई बार संबंधितों को अवगत करा चुके हैं। हाल ही में एसडीएम सर को पत्र लिखकर समस्या का निराकरण करवाने की मांग है। उम्मीद है जल्द ही इस समस्या का निराकरण किया जाएगा। शिक्षक देवीलाल सुनार्थी ने बताया कि विद्यार्थियों को स्कूल से छोड़ने के लिए हमारे एक शिक्षक को भेजना पड़ता है। ताकि रास्ता सही से पार हो सके।
समाधान करने का प्रयास किया जाएगा
• उक्त समस्या काफी पुरानी है। विद्यार्थियों व ग्रामवासियों के हित को देखते हुए ग्राम पंचायत द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को इस बारे में अवगत कराकर समस्या का समाधान करने का प्रयास किया जाएगा।
रेहाना बी, सरपंच, फतेहगढ़
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