Sarkari yojana : किसान कुलदीप ने शुरू किया बकरी पालन सरकारी योजना का लाभ लेकर
Sarkari yojana:
किसान कुलदीप ने सरकार की योजना पशुधन मिशन योजना का लाभ लेते हुए बकरी पालन का व्यवसाय शुरू किया था।
योजना के तहत किसान ने अनुदान पर 10 देशी बकरी और 1 बकरा खरीदा।
अब किसान के पास 50 से अधिक बकरियाँ हैं जिससे किसान को लाखों रुपये की आमदनी प्राप्त हो रही है।
खेती में मुनाफा कम होने के चलते किसानों और युवाओं का रुझान पशुपालन की ओर बढ़ा है, जिसको देखते हुए सरकार द्वारा भी पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएँ चलाई जा रही है।
इस कड़ी में छत्तीसगढ़ के मूंगेली जिले के किसान कुलदीप जो पहले खेती-किसानी का काम करते थे उन्होंने सरकार की योजना का लाभ लेकर बकरी पालन का व्यवसाय शुरू किया जिससे अब उनकी आमदनी बढ़कर लाखों रुपये की हो गई है।
अब हो रही है लाखों रुपये की कमाई
मुंगेली जिला के ग्राम सोढ़ार के पशुपालक कुलदीप सिंह ठाकुर ने पशुधन मिशन योजना का लाभ उठाते हुए बकरी पालन शुरू किया था।
कुलदीप पहले सिर्फ खेती-किसानी का काम करते थे, जिसके बाद उन्हें पशु चिकित्सा विभाग की योजना की जानकारी मिली।
उन्हें सरकार की ओर से योजना के तहत प्राप्त अनुदान पर 10 देशी बकरी और 1 बीटल बकरा खरीदा और बकरी पालन का कार्य शुरू किया।
आज उनके पास 50 बकरी और 10 उन्नत नस्ल की बकरियां हैं, जिनमें बीटल, बारबेरी, जमुनापारी, तोताफरी और ब्लैक बंगाल जैसी नस्लें शामिल हैं।
बकरी पालन से हो रही है लाखों रुपये की आमदनी
किसान कुलदीप ने बताया कि डेयरी में बकरी से 10 लीटर दूध निकाला जाता है, जिसे 150 रुपए प्रति लीटर की दर से बाजार में बेचकर वे प्रतिदिन 1500 रुपए कमा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि बकरियों को घर में हरी पत्ती, हरा बरसीम, चना, तिवरा, मसूर व अरहर का भूसा खिलाकर पाला जा सकता है, यह रबी के मौसम में आसानी से प्राप्त हो जाता है।
कुलदीप ने बताया कि प्रतिवर्ष चारा के लिए लगभग 03 लाख रुपये खर्च होता है। वहीं लगभग 07 से 08 लाख रुपये की आमदनी हो जाती है।
उन्होंने बताया कि बकरा बेचने के लिए बाजार में जाने की आवश्यकता नहीं होती। लोग यहीं से आकर बकरा खरीदते हैं।
उल्लेखनीय है कि ज़िला कलेक्टर राहुल देव ने ग्राम सोढ़ार में आयोजित कार्यक्रम के दौरान किसान कुलदीप सिंह ठाकुर के डेयरी का अवलोकन किया था और उनकी इस प्रगति की सराहना की तथा उनका हौंसला बढ़ाते हुए व्यवसाय को आगे भी मदद देने की बात कही।
किसान कुलदीप ने शासन की इस पहल एवं योजना की तारीफ की और खुशी व्यक्त करते हुए शासन-प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया।